ज्ञान की महिमा चिंतन में है – किताबी ज्ञान – गुरु प्रदत्त ज्ञान में नहीं |
कितने विस्मय की बात है – कटोरा एक ही है (दिमाग का कटोरा) ! चाहे उसे उपरी (किताबी ज्ञान) या गुरु प्रदत्त ज्ञान से भर लें | यह भी निश्चित है दोनों रास्तों से कटोरा कभी नहीं भरेगा | कटोरा तो ब्रह्म प्रदत्त ज्ञान से ही भरता है लेकिन तभी जब जगह खाली हो और हमे चिंतन करना आता हो […]