भारतीय अर्थव्यवस्था को पंगु, चरमराने के लिए US/CIA द्वारा भारत पर थोपे गए पूर्व RBI governer – एक निहायत घटिया किस्म का इंसान | समय रहते देश से बाहर फेंका गया एक mentally corrupt गद्दार | इस इंसान के समय भारतीय मुद्रा Pakistan में duplicate dye का इस्तेमाल करके धड़ल्ले से निर्विरोध छपती रही जिस कारण भारत को मजबूरन नोटबंदी (demonetization) करनी पड़ी | नोटबंदी का मुख्य कारण Deep state/ US है – बाकी सब मोहरे हैं ||
क्या सिर्फ नोट छापने से अर्थव्यवस्था सुधरती है ? क्या सिर्फ अंधाधुंध US$ छापने से US की अर्थव्यवस्था में सुधार आयेगा ? US कंगाली के द्वार पर खड़ा है – वापस लौटने, सुधार के सभी रास्ते अब बंद हो चुके हैं | 2034 में दोबारा से US$ 1 रुपए के बराबर हो जाएगा | सोने की चिड़िया भारत को एक विकासशील देश बताने वाला अब खुद कंगाल होने की कगार पर है | आने वाले समय में US की आर्थिक स्थिति की कल्पना भी मुश्किल है |
भारत को खत्म करने के लिए British Macauley ने गुरुकुल शिक्षा पद्धति बंद की और पूरे विश्व पर कंट्रोल स्थापित करने के लिए US ने UN, WHO, ICJ, WTO जैसे नपुंसक organizations स्थापित किए | 2034 तक उपरोक्त संस्थाओं में एक भी संस्था नहीं रहेगी | पूरी धरती पर राम राज्य, सतयुग स्थापित हो जाएगा और सनातन धर्म का वर्चस्व | कहीं कोई जबरदस्ती नहीं – वसुधैव कुटुंबकम् के अन्तर्गत सभी देश भारत की छत्रछाया में फूले फलेंगे |
भारत से चुराई धन दौलत के बल पर US, UK और Europe की अर्थव्यवस्था पिछले 150 सालों से फलती फूलती रही लेकिन आगे नहीं | भारत की Prof Kusumlata Kedia का कहना है – चरमराती अर्थव्यवस्था के कारण आजकल Europe के ज्यादातर देशों में बदहाली का माहौल है | क्या आपने कभी Britain की Queen Elizabeth को भारत से चोरी किए कोहिनूर हीरे के आभूषण धारण किए देखा है – बेशर्म चोरनी !
अगर आपको विश्वास नहीं होता तो 2034 का इंतज़ार कीजिए | भारत दोबारा सिर्फ सोने की चिड़िया ही नहीं बनेगा – अखंड भारत बन Afghanistan, Pakistan, Tibet, Nepal, Myanmar, Bangladesh, Sri Lanka, Maldives, Singapore, Malaysia, Malakka इत्यादि देशों को खुद में सम्मिलित कर एक 200 करोड़ से ज्यादा आबादी वाला विशाल राष्ट्र बनेगा | भारत की सनातनी संस्कृति अधिकार से ज्यादा मैत्रीभाव में विश्वास रखती है |
भारत अखंड भारत कब तक बनेगा – 2032? Vijay Kumar Atma Jnani