अवतार


श्री कृष्ण के पश्चात किंतु कल्कि से पहले क्या भगवान ने कोई अवतार लिया है ?

महर्षि वेदव्यास ने महाभारत महाकाव्य की रचना इसलिए की कि वेदों, उपनिषदों का सार आम साधक तक पहुंच सके | उसी महाकाव्य के एक पात्र हैं भगवान कृष्ण जिनके माध्यम से महर्षि वेदव्यास ने भगवद गीता का ज्ञान पूरे संसार को दिया | भगवान कृष्ण द्वापर और कलियुग के संधिकाल में आए | हर युग के अंत में एक अवतार […]


ईश्वर संसार का मालिक है तो सारे अवतार भारत में ही क्यों होते है ?

भारत की विरासत १०८०० वर्ष पुरानी है, UK की ३११ वर्ष और US की २४६ वर्ष | है कोई विरासत जो भारत को टक्कर दे सके | भारतीय सभ्यता की खूबी उसके आध्यात्मिक ग्रंथों में छिपी है | इस धरती पर हर १०० ~ १५० साल के भीतर भारतीय शास्त्रों के माध्यम से कोई ना कोई साधक भगवान तक पहुंचने […]


परमात्मा मनुष्य तन कब धारण करता है ?

कभी नहीं – एक बार भी नहीं | ब्रह्म हमेशा दृष्टा की भांति काम करते हैं, उन्हें मनुष्य रूप किसलिए धारण करना है ? अवतार भी मनुष्य ही होते हैं जिन्होंने समाज के उत्थान के लिए, धर्म को दोबारा स्थापित करने के लिए कुछ अद्वितीय शक्तियां प्रभु से प्राप्त की जिससे वे अधर्म के ऊपर धर्म की जीत हासिल कर, […]


अवतारवाद यानि किसी पवित्र आत्मा में ईश्वर का अंश आ जाना ?

अवतार का अवतरण तब होता है जब संस्कृति प्राय खत्म होने के कगार पर है | अभी कलियुग का अंत निकट है सतयुग में प्रवेश करना है | ऐसा कराने के लिए एक अवतार की जरूरत पड़ती है |   हिंदू धर्म में अवतार क्या है? अवतार का सही अर्थ क्या है? Vijay Kumar Atma Jnani


विज्ञान का अविष्कार क्या हुआ भगवान ने अवतार लेना बंद कर दिया ?

गलत | ब्रह्म (भगवान) ३५०० से ५००० सालों में एक बार अवतार लेते हैं | २०३२ तक कल्कि अवतार आ जाएंगे | खुद देख लेना |   भगवान का अवतार कब होता है? Vijay Kumar Atma Jnani


कौन सी आत्माएं अवतार के रूप में जन्म लेती हैं ?

अवतार यानी ऐसा व्यक्तित्व जिसमें महावीर और चाणक्य दोनों का समावेश हो | महावीर यानी एक कैवल्य ज्ञानी जिनसे एक मच्छर मारने की भी उम्मीद नहीं की जा सकती | अवतार यानी जो हर कीमत पर धर्म की पुनर्स्थापना करा सके |   कृष्ण के समय अर्जुन, कृष्ण के प्रोत्साहन और गीता उपदेश के उपरांत अपने गुरु द्रोणाचार्य और नाना […]


देवताओं ने हमारे देश में ही अवतार क्यों लिए ?

अवतार देवता नहीं हम सभी में से एक ऐसा अनूठा इंसान जो सिर्फ देशभक्त ही नहीं, प्रभु का भी प्यारा हो, बनता है | ऐसा देशभक्त जो भारतीय दर्शन के मूल शास्त्रों का अद्वितीय रूप से ज्ञाता हो | जिसके अंदर चाणक्य विद्यमान हो, एक ही रात में १०० राजा मरवाने की क्षमता | तभी न्याय संभव है |   […]


परमात्मा अवतार कब लेते हैं ?

परमात्मा, ब्रह्म हमेशा से दृष्टा की भांति कार्य करते हैं तो परमात्मा खुद कैसे अवतार लेंगे ? अध्यात्म में सभी कुछ symbolic है | सब कुछ छिपा हुआ है | हमें चिंतन के माध्यम से उतरकर अंदर खोज करनी होती है गहराई में | मोती कभी छिछले पानी में नहीं मिलते, गोताखोर को समुद्र की गहराईयों में जाना पड़ता है […]


अवतार सदैव पुरुष रूप में ही क्यों जन्म लेते हैं ?

भारतीय दर्शन के 10,800 वर्ष के इतिहास में शुरू से अभी तक सिर्फ 2 नारियों को आत्मज्ञान प्राप्त करने का मौका मिला | संत गार्गी और Maitreyi (महर्षि याज्ञवल्क्य की दूसरी पत्नी) | नारी रूप में तत्वज्ञान प्राप्त करना इसलिए मुश्किल होता है कि वे मोह से भरपूर होती हैं और मोह नहीं कटेगा तो कर्मों की निर्जरा होगी कैसे […]


क्या भगवान के सभी अवतार की पूजा करनी चाहिए ?

अवतार का पूजा पाठ से दूर दूर तक का रिश्ता नहीं | क्यों ? अवतार सिर्फ आध्यात्मिक पद्धति के तहत धरती पर अवतरित होते हैं | वह सिर्फ और सिर्फ शोधन के लिए धरती पर आते हैं | जब धरती पर अधार्मिक प्रवत्तियां सिर उठाने लगें और जीवों का रहना मुश्किल हो जाए तो हम सभी में से एक मनुष्य […]


क्या ईश्वर कमजोर है जो बिना अवतार लिए कुछ भी नहीं कर सकता ?

ईश्वर नहीं ब्रह्म – वह तो हमेशा से दृष्टा की भांति रहता है , और सिर्फ ब्रह्म ही नहीं, सारी आत्माएं भी दृष्टा की भांति रहती हैं | कर्म तो शरीर करता है जो आत्मा ने धारण किया है |   जब धरती पर अधर्म सीमा लांघ जाए, मनुष्य का खुद पर कंट्रोल न रहे तो हम सभी मनुष्यों में […]


भगवान के अवतार का उद्देश्य क्या है और उन्हें कैसे पहचाना जा सकता है ?

युग के अंत में जब स्थिति काफी भयावह होती है, मनुष्य का अपने ऊपर कंट्रोल खत्म हो चुका होता है तो महावीर जैसे मानव भगवान भी कुछ नहीं कर पाते | ऐसे समय में जरूरत होती है एक ऐसे मनुष्य की जो सर्वज्ञाता हो और चाणक्य जैसी कूटनीति का मालिक भी हो | तभी संभव हो पाता है बिगड़ी हुई […]


क्या ईश्वर स्त्री के रूप में अवतरित हो सकता है ?

इस धरती पर कितनी मानव भगवान अभी तक आयीं – सिर्फ 2 – संत गार्गी और Maitreyi (महर्षि याज्ञवल्क्य की दूसरी पत्नी) | एक तत्वज्ञानी को अवतार लेने के लिए अपने अंदर चाणक्य की असीमित ताकत भी चाहिए – तभी वह अधर्म का नाश कर धर्म को पुनर्स्थापित कर पाता है |   अवतरित होने का मतलब यह नहीं कोई […]


क्या कोई सच में भगवान का अवतार हो सकता हैं ?

अवतार बनने की प्रक्रिया अचानक नहीं होती | हजारों वर्ष पहले यह तय हो जाता है किस आत्मा को ऐसा सुअवसर मिलेगा | वह आत्मा उसी श्रृंखला में एक के बाद एक शरीर धारण करती रहती है | और अंततः ऐसा शरीर धारण करती है जो मानव भगवान बन सके | इसके साथ साथ उस मानव भगवान को अपने अंदर […]


क्या धरती पर भगवान का अवतार अवतरण होने वाला है ?

धरती पर अवतार का अवतरण 3500 ~ 5000 वर्षों में एक बार होता है – यह ब्रह्म का बनाया नियम है | मानवता को नीचे से उठाकर शीर्ष तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अवतार की होती है | लगभग 3650 वर्ष पूर्व द्वापर युग में कृष्ण आए थे और कुछ ही सालों में दुनिया आने वाले कल्कि अवतार के दर्शन करेगी […]