धरती पर मात्र 800 करोड़ मनुष्य रहते हैं | असंख्य पशु पक्षी, असंख्य प्रजातियां पेड़ पौधों की और असंख्यों तरह के कीट पतंगे | सभी में आत्माएं मौजूद हैं |
हिंदी में गिनती के अनुसार – पहले सौ, हज़ार, दस हज़ार, लाख, दस लाख, करोड़, दस करोड़, अरब, दस अरब, खरब, 10 खरब, नील, दस नील, पद्म, दस पद्म, शंख, दस शंख, महाशंख |
उपनिषद कहते हैं जो आत्माएं ब्रह्माण्ड में व्याप्त हैं वे कई महशंख के बराबर हैं | और हम मनुष्य बात करते हैं आत्माएं बढ़ क्यों रही हैं ? Evolution होगा तो आत्माएं पशु पक्षियों की योनि से मनुष्य योनि में आएंगी ही |
Are there 8.4 million species on Earth? चौरासी लाख योनियों का सच | Vijay Kumar Atma Jnani