ओशो


ओशो के संभोग से समाधि की ओर विचार से हम समाधि की ओर जा सकते हैं ?

अगर बाल्टी में मोटा छेद कर देंगे तो बाल्टी पूरी भरेगी कैसे ? मूलाधार में एकत्रित वीर्य/ अमृत अगर यूं ही व्यर्थ की शारीरिक क्रियाओं में व्यर्थ कर देंगे तो कुण्डलिनी को ऊर्ध्व करने के लिए ऊर्जा कब इकट्ठी होगी \ कहां से आयेगी ?   संभोग से समाधि की ओर, एक mentally corrupt स्टेटमेंट है | ब्रह्मचर्य के रास्ते […]