क्या हम सांस लिए बिना रह सकते हैं ? एक पल भी नहीं | सांस लेना भी एक क्रिया है जो कर्म के अंदर आती है | जब से ब्रह्मांड बना है कर्म साथ साथ चलता है | बिना कर्म के evolution कैसा ? हम जीवन में आगे कैसे बढ़ेगे ?
पूरा ब्रह्माण्ड दो चीजों पर आधारित है evolve करना और कर्म | अन्यथा ब्रह्माण्ड वहीं रुक जाएगा, आगे नहीं बढ़ेगा |
What Karma really means? कर्म का वास्तव में क्या अर्थ है? Vijay Kumar Atma Jnani