दाएं हाथ की लकीरें represent करती हैं हमारा present जीवन | हमारा कार्मिक लेखा जोखा दाहिने हाथ में होता है | बाएं हाथ की लकीरें मनुष्य रूप में ११ लाख में से जितनी भी योनियों के दौर से हम गुज़र चुके हैं वह सब represent करती है | अगर हम आज ७३ लाख ५२४ वी योनि पर स्थित हैं तो ५२४ योनियों का karmic index बायां हाथ दिखाता है और ५२४ वी योनि यानि present life का हिसाब किताब दाएं हाथ में |
हाथ की लकीरें accountant की balance sheet की तरह हैं | जैसा कर्म किया या करेंगे वह सब रेखाओं में अंकित है | जैसे जैसे हम कर्म करते जाते हैं उसी अनुसार हाथ की लकीरें change होती जाती हैं |
अगर हम हाथ की लकीरों के अनुसार जीवन ढालना शुरू कर दें तो यह ग़लत होगा | कर्म हमेशा से प्रधान है | हाथ की लकीरों का सहारा तब लेना चाहिए जब जीवन में सब कुछ उलट पलट घटित हो रहा हो | अगर हमें अनहोनी के कारण का अंदेशा हो जाए तो हम उपयुक्त कर्म कर के खुद की destiny change कर सकते हैं | जो इंसान जीवन में हर समय positive सोचता और करता है उसे हाथ की रेखाएं कभी परेशान नहीं करती |
ज्योतिष शास्त्र कर्म प्रधान है | कर्म बड़ा या भाग्य | Astrology and Karma theory | Vijay Kumar