जीवन लक्ष्य


इस मानव जीवन के लक्ष्य को कैसे पहचानूं और सांसारिक जीवन को सफल बनाऊं ?

अपने जीवन के लक्ष्य को पहचानने के लिए हमें सत्यमार्ग पर चलना होगा – और कोई चारा नहीं | जब हम सत्य की राह पर चलते हैं तो हृदय से आती आत्मा (यानी हृदय में स्थित सारथी कृष्ण) की आवाज़ को साफ सुन सकते हैं | यह हृदय से आती आवाज़ हमेशा सही guide करती है | 5 वर्ष की […]


मुझे सपने बहुत दिखते हैं क्या कारण हो सकता है ?

जिस व्यक्ति का जीवन लक्ष्यहीन होता है उसे सपने ज्यादा आते हैं | क्यों ? सपनों के माध्यम से हमारी आत्मा हमें बताने की कोशिश करती है कि हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं |   What is the main Purpose of Life? मानव जीवन का मकसद | Vijay Kumar Atma Jnani


स्वयं को भटकने से बचाकर अपने लक्ष्य की तरफ कैसे केंद्रित होएं ?

मेरा ५ वर्ष की आयु से लक्ष्य भगवान की खोज था | भटकने का प्रश्न ही कहां उठता है | हां, समय समय पर अपने विवेक को इस्तेमाल करना पड़ता था अन्यथा बिन चाबुक का घोड़ा तो किसी भी direction में दौड़ जाएगा | आजकल देखता हूं, शादीशुदा मर्द बगल से सुंदर लड़की गुजरी नहीं कि मुड़ कर देखने लगते […]


खुद को motivate रखने के लिये क्या करे ?

जिस दिन हम जीवन में एक लक्ष्य बना लेंगे, हमें motivation की जरूरत महसूस नहीं होगी | क्यों ? मेरा जीवन का लक्ष्य ५ साल की आयु में तय हो गया था | पिछले जन्म की कृपा थी | लक्ष्य था भगवान को जानना | जिस लिए ब्रह्म ने मनुष्य रूप में ११ लाख योनियों का सफर निमित किया है, […]


जीवन का आखिरी लक्ष्य क्या होना चाहिए ?

जीवन का आखिरी लक्ष्य हमारा तो हो ही नहीं सकता | यह मनुष्य जीवन हमारी आत्मा ने लिया है तो लक्ष्य भी उसी का होगा और देखा जाए आत्मा भी नहीं, जीवन का आखिरी लक्ष्य ब्रह्म ने पहले से तय किया हुआ है | हर आत्मा का आखिरी लक्ष्य, ultimate goal of life है अध्यात्म में उतर ब्रह्म को पा […]


ज्यादा सोचने से कैसे बचें ?

जब हम ऐसे काम में लगे/उलझे रहते हैं जो मन माफिक नहीं तो मन भटकता रहता है उलजलूल बातों की तरफ | हम मनुष्य सबसे उच्च योनि में स्थापित हैं | जीवन में हमें एक लक्ष्य अवश्य निर्धारित करना चाहिए | अगर लक्ष्य हमारी पसंद का होगा तो सिर्फ मन लगा कर काम ही नहीं करेंगे बल्कि वक़्त कब गुजर […]


आपके जीने का उद्देश्य क्या है ?

५ वर्ष की आयु में भगवान की खोज में निकल गया | ३१ वर्ष की तपस्या और ३ अगस्त १९९३ को ब्रह्म से २ १/२ घंटे का साक्षात्कार हुआ | ब्रह्म बोले मंत्र देता हूं ३ घंटे में शरीर त्याग कर हमेशा के लिए जन्म मृत्य के चक्र से मुक्त हो जाएगा | मैंने कहा नहीं, कोई और रास्ता नहीं […]


जीवन का क्या अर्थ है – हमारे अस्तित्व का अंतिम उद्देश्य क्या है ?

जीवन के गूढ़ रहस्य सिर्फ और सिर्फ अध्यात्म में छिपे हैं | भारतीय दर्शन शास्त्र कहते हैं यह जीवन हमारी आत्मा ने लिया है जो अजर अमर है | आत्मा स्वयं की शुद्धि स्वयं नहीं कर सकती, इसलिए वह एक के बाद एक शरीर धारण करती है जिससे कर्मों की पूर्ण निर्जरा हो सके और आत्मा अपने शुद्ध स्वरूप में […]


हम इस धरती पर क्यों आए – उद्देश्य क्या है ?

ब्रह्म प्रस्फुटित हुए Big Bang के द्वारा और नया ब्रह्माण्ड अस्तित्व में आ गया | सभी आत्माएं पूरे ब्रह्माण्ड में फैलती जा रही हैं | इसी ब्रह्मांडीय सफर में आत्माएं अशुद्धियां अपने अंदर ले लेती हैं | इन अशुद्धियां से निवृत होने के लिए आत्माएं धरती मां जैसे planet ढूंढती हैं जहां वें ८४ लाख योनियों के सफर पर जा […]


जीवन का उद्देश्य केवल जन्म मृत्यु और भोग तक सीमित है या कुछ अधिक ?

मनुष्य जीवन का उद्देश्य मनुष्य का बनाया हो ही नही सकता | क्यों ? कारण है मनुष्य की ब्रह्म और आत्माओं के साम्राज्य में कोई सत्ता नहीं | मानव शरीर तो आत्मा ने धारण किया है तो जीवन का उद्देश्य भी आत्मा का हुआ |   अपने भीतर की अशुद्धियों को जल्दी से जल्दी निरस्त करने के लिए आत्मा चाहती […]


मानव जीवन का मूल उद्देश्य क्या होना चाहिए ?

मानव जीवन का मूल उद्देश्य मानव नहीं तय करता, वह तो बस एक कपड़े के समान है जो आत्मा ने धारण किया है | अपने ब्रह्मांडीय सफर में आत्मा maximum 11 lakh मनुष्य शरीर धारण करेगी | इस बीच कभी भी मनुष्य अध्यात्म की राह पकड़, ध्यान में उतर – खुद को 84 लाखवी योनि में ला सकता है | […]


इन्सान की जिंदगी में सबसे जरूरी क्या होता है ?

इंसानी जिंदगी में जीवन के लक्ष्य के बिना जीवन पास करने का कोई महत्व नहीं | जीवन तो पशु पक्षी भी गुजारते हैं | जीवन जीने के लिए बना है पास करने के लिए नहीं | 5 वर्ष की आयु में भगवान से पहली मुलाक़ात हुई | उनके पीछे जाने का तय किया | स्कूल जाने लगा लेकिन अंदर भगवान […]