मानव जीवन में धर्म की सार्थकता क्या है ?
धर्म की सार्थकता को judge करने का अधिकार मनुष्य के पास है ही नहीं | क्यों ? धर्म वह नहीं जो मनुष्यों ने बना दिया है या मनुष्य जाति समझने लगी है | आजकल लोग धर्म को religion से जोड़ कर देखते हैं जो सर्वथा गलत है | धर्म का religion, मत, मजहब, पंथ इत्यादि से कोई connection नहीं | […]