ध्यान के द्वारा चिंतन किया जा सकता है | यह चिंतन ही है जो हमें शास्त्रों में निहित ज्ञान तक पहुंचने में मदद करता है | ज्ञान सिर्फ माध्यम है आत्मा के अंदर निहित अंधकार को मिटाने के लिए | आत्मा स्वयं की शुद्धि खुद नहीं कर सकती उसे एक माध्यम की जरूरत पड़ती है | इसलिए वह शरीर धारण करती है | और मनुष्य रूप में हम ध्यान, चिंतन और ज्ञान का मार्ग पकड़ कर शास्त्रों में निहित ज्ञान के मर्म तक पहुंच सकते है |
ध्यान के बारे में जाने – Dhyan kaise karein | ध्यान करने की सही विधि | Vijay Kumar Atma Jnani