नकारात्मक विचार


पूरा सत्य समझना हर किसी कूंए के मेंढक के लिए संभव नहीं ?

गलत | Evolution के process में कोई छोटा नहीं | क्या हम अपने से छोटों को हीन दृष्टि से देखते हैं ? अगर मैं १२ वी कक्षा में पहुंच गया, इसका मतलब यह तो नहीं हमारे ३ ~ ४ थी क्लास में पढ़ते छोटे भाई बहन तिरस्कार के भागी हैं |   खुद ब्रह्म ने मनुष्य रूप में ११ लाख […]


जीवन का सबसे अच्छा मंत्र क्या है ?

जब हम हर बात, हरकत में निहित positive को ढूंढेंगे और negative नज़र ही नहीं आएगा तो हमारी आदत पड़ जाएगी जीवन में हर बात को positive angle से देखने की | धीरे धीरे यह आदत बन जाएगी कि हमें negative कभी नज़र ही नहीं आएगा |   जीवन का सबसे बड़ा मंत्र बस यही है जो JRD Tata को […]


१३ लाख हिंदू चीन में भगवान की पूजा के बाद कोकरच की चटणी मेंढक की कढी का नेवेध प्रदान करते है ?

चीन को बने कितना समय हुआ है ? Prof Kusumlata Kedia जो एक सीनियर लेखक व यूनिवर्सिटी प्रोफेसर हैं ने अपने YouTube विडियोज में संकलित व्याख्यानों से यह साबित कर दिया है कि चीनी मुख्यतः भरतवंशी हैं | जैसी व्यवस्था, जैसा परिधान या रहने का स्थान – इंसान खुद को वैसे ही ढाल लेता है | बर्फ से ढकी कंदराओं […]


स्वस्थ जीवन जीने के बारे में आपका विचार क्या है ?

स्वस्थ रहने के लिए सबसे जरूरी चीज जिसकी आवश्यकता है वह है positivity | हमें हर हालत में हमेशा positive विचार ग्रहण करने चाहिए | जो लोग हमेशा negative बातें करते हैं, अगर हम गौर करेंगे तो पाएंगे कि वह अक्सर बीमार रहते हैं |   हर समय हजारों positive और negative विचार हम invoke करते हैं | यह सिर्फ […]


100 साल तक जीने का रहस्य क्या है ?

जो इंसान positivity (सिर्फ और सिर्फ positive विचारों के अवलोकन) में हर समय व्याप्त है, ऐसा इंसान 100 वर्ष क्या, ज्यादा भी जी सकता है | Negativity इंसान को अंदर से खोखला कर देती है |   जीवन का मूल मंत्र है सबके साथ सम व्यवहार करना, औरों के लिए जीना | जब हम निष्काम भाव से दुनिया के लिए […]


बहुत लोग नाचने को भी अश्लीलता क्यों मानते हैं ?

ढाक के तीन पात – जो लो समय के साथ खुद को नहीं बदलते/ ढालते, वे गुजरे समय का रोना ही रोते रहते हैं | जैसे आजकल लोग इंतज़ार कर रहे हैं सफेद घोड़े पर सवार, हाथ में तलवार लिए कल्कि अवतार का | तलवार represent करती है तुरंत justice को और घोड़ा – तीव्र गति को | कल्कि का […]


किसीके बारे में गलत सोचना क्या हमारे बुरे कर्म में गिना जाएगा ?

गलत सोचना भाव कर्म के अन्तर्गत आता है | अगर किसी का physical अहित करने पर हमें karmic scale पर -1000 मिलते हैं, तो सपनों या ख्यालों में उसी काम को करने पर -1 यानी 1000 गुना कम दंड | लेकिन दंड मिलेगा जरूर, चाहे अंशमात्र ही |   जैन धर्म में भाव कर्म की theory को बड़ी मान्यता प्राप्त […]


नाकारात्मक बातें मनुष्य को अपनी ओर क्यों खींचती है ?

आम मनुष्य पांचों इंद्रियों और मन के वशीभूत हो काम करता है | यही इंद्रियों इंसान को विभिन्न विषयों की ओर लालायित करती हैं | हम पशु योनि से मनुष्य योनि में आएं है | Negative कार्यों की ओर मन पहले जाता है क्योंकि इससे हमारी मैं (अहम) को संतुष्टि मिलती/ दिखाई देती है | जब तक हम आध्यात्मिक नहीं […]