हमारी तकदीर पहले लिखी जा चुकी है या हम तकदीर खुद लिखते हैं ?
इंसान का जीवन क्रम एक accountant द्वारा लिखे बहिखाते की तरह चलता है | अगर आज का closing balance Rs. 981/= तो अगले दिन का opening balance भी Rs. 981/= ही रहेगा | इसमें ब्रह्म (business में लालाजी) भी दखलंदाजी नहीं करते या कर सकते | इसी प्रकार मानव जीवन में पिछले जन्म का closing balance तय करता है हम […]