विश्वामित्र वशिष्ठ इतना ध्यान व तप क्यों करते थे जब कि ध्यान समाधि जैसी अवस्था 45 मिनिट में पाई जा सकती है ?
यहां हमें कुछ आध्यात्मिक तथ्यों को भलीभांति समझना होगा – 1.. समाधि की अंतिम अवस्था निर्विकल्प समाधि कहलाती है | निर्विकल्प समाधि की स्थिति तक पहुंचने के लिए ब्रह्म ने मनुष्य रूप में 11 लाख योनियों का प्रावधान रक्खा है | निर्विकल्प समाधि में पहुंचने के बाद और कुछ प्राप्त करना शेष नहीं रहता | निर्विकल्प समाधि में स्थित […]