भगवान ब्रह्म तो एक ही हैं, चाहे परमात्मा, परमेश्वर, ईश्वर, भगवान, इष्ट, नारायण कुछ भी कह लो, मान लो |
भगवान पर विश्वास, नहीं उससे कहीं ज्यादा | जब मैं ५ वर्ष का था एक ऐसी घटना घट गई मेरी भगवान पर आस्था १०० प्रतिशत हो गई | मालूम नहीं भगवान कौन होते हैं, कभी देखा नहीं लेकिन श्रृद्धा सम्पूर्ण | इस घटना ने मुझे भगवान को जानने के लिए प्रोत्साहित किया और मेरी भगवान की खोज ६ १/२ वर्ष की आयु में शुरू हो गई |
कुल ३१ वर्ष का आंतरिक सफर और अंततः ३७ वर्ष की आयु में ब्रह्म का २ १/२ घंटा साक्षात्कार हो ही गया | अब मैं ब्रह्म से उसी प्रकार बात कर सकता हूं जैसे आपसे, हर पल, हर सेकंड | तत्वज्ञानी होने के नाते जानता हूं ब्रह्म की दुनिया में चमत्कार नहीं होते | ब्रह्म सिद्धियां अवश्य प्रदान करते हैं अगर आप लेना चाहें | अगर हम समझ जाए योग क्या है तो आध्यात्मिक सफर पर जा भी सकते हैं |
What is Yoga and its benefits? योग का महत्व | Vijay Kumar… the Man who Realized God in 1993