भगवान से बात कैसे करें ?


भगवान से बात करने की सबसे पहली requirement है – पूर्ण सत्य की राह पर चलना | एक भी असत्य, झूठ आपको भगवान से दूर ले जाएगा | भगवान में आपकी आस्था (विश्वास नहीं – मेरा भगवान में विश्वास पूरा है, से काम नहीं चलेगा) पूर्णतया 100% होनी चाहिए |

 

कितने लोग होंगे धरती पर जिनकी आस्था पूर्ण है – शायद अंगुलियों पर गिने जा सकें | मुझे 63 साल के आध्यात्मिक सफर में 10 लोग भी नहीं मिले जिनकी भगवान में पूर्ण आस्था हो ?

 

आस्था वह होती है जो हालात के साथ डिगती नहीं – चाहे आपके साथ अच्छा हो या बुरा | छोटी सी परेशानी क्या आ गई – भगवान को दोष देना शुरू |

 

सत्य के मार्ग पर चलते हुए जब हम ध्यान में उतरते हैं और अखंड ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं तो कभी कभी भगवान से बात होनी निश्चित है | मैंने सत्य का मार्ग 5 वर्ष की आयु से थाम लिया था | तभी से ब्रह्म से बातें होती रहती हैं – वही ब्रह्म जिसने ब्रह्माण्ड बनाया है |

 

Power of Absolute Truth | अध्यात्म में सत्य का महत्व | Vijay Kumar Atma Jnani

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