Silence – शांत रहना अपने आप में एक बेहतरीन कला है | अंतर्मुखी होकर साधक अपने अंदर 12 साल की ध्यान की साधना में आराम से उतर सकता है | अंतर्मुखी साधक को बाहर का कोलाहल कभी परेशान नहीं करता | जो साधक जितना शांत है उतना तेजी से तरक्की करता है | कारण – पूरी शक्ति एक ही goal के पीछे केंद्रित कर देता है |
5 वर्ष की आयु से मैं अंतर्मुखी था | जब कोई फालतू की बातें करता और मैं जवाब नहीं देता तो लोग कहते, शायद गूंगा है | ऐसी बातों पर मैंने कभी गौर नहीं किया – नतीजा, 37 वर्ष की आयु में ब्रह्म का साक्षात्कार हो गया |
12 years Tapasya | 12 साल की घोर तपस्या का सच | Vijay Kumar Atma Jnani