अगर हम आध्यात्मिक हैं, सोते समय हमें शवासन की मुद्रा में लेटकर चिंतन में उतर जाना चाहिए | ध्यान/ चिंतन करने के लिए इससे अच्छा समय नहीं | शुरू शुरू में नींद आएगी लेकिन बाद में काफी समय तक चिंतन हो सकेगा |
एक समय ऐसा आएगा आपका चिंतन सुप्तावस्था में भी चलता रहेगा | जब सुबह उठेंगे तो सभी प्रश्नों के उत्तर मिल चुके होंगे |
Dhyan kaise karein | ध्यान करने की सही विधि | Vijay Kumar Atma Jnani