श्रद्धा और आदर में क्या अंतर है ?
जिसे हम देख नहीं सकते, जो अदृश्य है जैसे भगवान – उस के प्रति हम श्रृद्धा रखते हैं | हम उसे जानते नहीं, कभी देखा नहीं, फिर भी उसके होने में पूर्ण विश्वास है – इसी को श्रृद्धा कहते हैं | वह है – यह मानकर उसे समर्पित रहते हैं, उसकी पूजा करते हैं | आदर हम भौतिक जगत […]