पत्नियों को ऊपर जाकर स्वर्ग मिलता है या नर्क ?


जितने भी संबंध धरती पर बनते हैं वे सिर्फ और सिर्फ एक ही जीवन से ताल्लुक रखते हैं | इस समय जो हमारी पत्नी है मृत्यु के बाद उसकी आत्मा न जाने कौन सा शरीर धारण करेगी – महिला या पुरुष का, भारत में करेगी या स्विट्जरलैंड में किसको मालूम है ?

 

फिर स्वर्ग या नर्क में सिर्फ और सिर्फ आत्माओं को प्रवेश मिलता है (मनुष्य शरीर तो धरती पर ही अग्नि की भेंट चढ़ जाता है) | आत्मा स्वर्ग या नरक में एक ही स्थिति में वास करती है – अगर धरती पर matching parents उपलब्ध नहीं हैं | पत्नी का मृत्यु के समय का karmic balance पुण्य है तो प्रवेश स्वर्ग में अन्यथा ???

 

धरती पर इंसान को सिर्फ एक बात का ध्यान रखना चाहिए – कितनी जल्दी वह अध्यात्म में कदम रख ब्रह्म की ओर बढ़ सकता है | ध्यान रहे हर इंसान का धरती पर आखिरी goal है – जन्म और मृत्यु का बंधन काट मोक्ष प्राप्त करना |

 

What is the main Purpose of Life? मानव जीवन का मकसद | Vijay Kumar Atma Jnani

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.