भारतीय दर्शन शास्त्र वह ज्ञान है जो वेदों, उपनिषदों और भगवद गीता में प्रतिपादित है, जिसका मूल स्वयं ब्रह्म से ग्रहण किया गया है | अध्यात्म दर्शन की वह शाखा है जिस पर चलकर एक साधक ब्रह्म तक पहुंच सकता है |
दर्शन principle है और अध्यात्म उस प्रिंसिपल के गूढ़ तत्व (यानी ब्रह्म) तक पहुंचने का रास्ता | अगर कोई साधक अध्यात्म की राह पकड़ ब्रह्म को पाना चाहता है तो उसे वेदों, उपनिषदों एवम् भगवद गीता में निहित ज्ञान को पढ़ना/ समझना होगा |
अध्यात्म बताता है ब्रह्मचर्य का पालन करने के लिए क्या करना होगा, या ध्यान में चिंतन के माध्यम से कैसे उतरें | लेकिन ब्रह्म से योग करने के लिए 12 वर्ष का ब्रह्मचर्य और ध्यान जरूरी है, यह दर्शन शास्त्र बताता है |
What is the real meaning of spirituality? अध्यात्म का वास्तविक अर्थ क्या है ? Vijay Kumar Atma Jnani