इंसान धरती पर हमेशा दो जिंदगी एक साथ जीता है | जब छोटा है स्कूल जाता है फिर कॉलेज और उसे विज्ञान की समझ आ जाती है | अपने को भौतिक जीवन में आगे बढ़ाने के लिए विज्ञान की जरूरत पड़ती है और कम शब्दों में कहा जाए तो रोटी रोज़ी कमाने के लिए |
इसके विपरित बचपन से हमारे अंदर हजारों प्रश्न आते रहते हैं – मैं कौन हूं, दुनिया में क्यों आया हूं, कहां जाना है इत्यादि | फिर मालूम चलता है इन प्रश्नों का उत्तर अध्यात्म में छिपा है | और अध्यात्म में उतरने के लिए हमें अंदरूनी सफर पर जाना होता है जो सीधे हृदय तक जाता है – जहां आत्मा विद्यमान है |
दोनों विज्ञान और अध्यात्म का इस्तेमाल करके हम भौतिक और आध्यात्मिक जीवन में आगे बढ़ सकते हैं | दोनों में तालमेल बैठाने में दिक्कतें तो आएंगी – बस इसी का नाम जिंदगी है |
What is the real meaning of spirituality? अध्यात्म का वास्तविक अर्थ क्या है ? Vijay Kumar Atma Jnani