महर्षि वेदव्यास के महाकाव्य महाभारत का अर्जुन और कोई नहीं बल्कि आप और हम हैं – एक आम इंसान | आध्यात्मिक सफर कैसे पूरा किया जाए – भगवद गीता हमें इतना ही बताती/ सीखाती है |
भगवद गीता उवाच के माध्यम से महर्षि वेदव्यास यह बताते हैं कि सारथी के रूप में हृदय में विद्यमान कृष्ण और कोई नहीं हमारी अपनी आत्मा है | अगर हम सत्य का दामन थाम लें तो कोई वजह नहीं की पूर्ण गीता सार हमारी समझ में न आए |
What was the role of Arjuna in Mahabharata? आज का अर्जुन कौन आध्यात्मिक परिवेश में | Vijay Kumar