स्त्रियों में मोह की भावना कूट कूट कर भरी होती है – यहां तक कि सड़क के किनारे किसी और का बच्चा अकेले रोते हुए देखा नहीं कि एक बार जाकर जरूर पूछेंगी – बेटा क्या हुआ, रो क्यों रहे हो, मां बाप कहां है ? क्या किसी पुरुष को ऐसा करते देखा है (बुजुर्गों की बात छोड़ दीजिए) ? स्त्रियों के लिए आत्मज्ञान प्राप्त करना मुश्किल है असंभव नहीं |
भारतीय परिवेश में अभी तक सिर्फ संत गार्गी और Maitreyi (महर्षि याज्ञवल्क्य की दूसरी पत्नी) को आत्मज्ञान पाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ – भारत के 10,800 वर्षों के गौरवपूर्णइतिहास में) | अब जिस नारी को आत्मज्ञान प्राप्त होगा वह भारतीय इतिहास में तीसरी स्त्री होगी | शास्त्रों में यह reference भी आता है कि स्त्री को आत्मज्ञान प्राप्त करने से पहले अगले जन्म में पुरुष योनि में आना होगा |
What is Moha | मोह क्या है | Vijay Kumar Atma Jnani