तत्वज्ञानी गुरुओं का ज्ञान आता है ब्रह्माण्ड के उस छोर से जहां स्थित है reservoir of mind plus (अच्छे विचारों का तालाब) | दुनियां में आते, लोगों के अंदर उमड़ते सारे विचार यही से आते हैं | कर्मों की निर्जरा होते ही दिमाग तो पूर्णतया खाली हो गया लेकिन फिर तत्वज्ञानी उस reservoir से हमेशा के लिए जुड़ भी जाता है |
एक तत्वज्ञानी शास्त्रों के ऊपर extempore 365 दिन nonstop बोल सकता है | उसे कुछ याद रखने की जरूरत नहीं | यह क्षमता महावीर, बुद्ध, आदि शंकराचार्य, रामकृष्ण परमहंस और महर्षि रमण में थी | ज्ञानयोग में उतरने का यह सबसे बड़ा फायदा है |
Why do I feel headache after Meditation? ध्यान में सिरदर्द क्यों होता है | Vijay Kumar Atma Jnani