किसी से भी पूंछे कि सबसे पहला गुरु कौन – सबका उत्तर एक ही होगा – मां | गलत | जीवन में सबसे पहला गुरु – ब्रह्म/ या कहें हृदय में बैठी हमारी खुद की आत्मा | ऐसा क्यों ?
जब 5 वर्ष की आयु में मौत से आमना सामना हो गया और सभी डॉक्टर्स यह कह कर चले गए की आज की रात गुजर गई तो ठीक, नहीं तो यह बच्चा सुबह तक निबट जाएगा – और मैं सुबह जगा हुआ था – तो मैंने ब्रह्म से प्रश्नों की झड़ी लगा दी |
खूब बातें हुईं और ब्रह्म ने यह भी कहा मां का ख्याल रखना – बस फिर क्या था – मां को झंझोर कर उठाया और कहा मां मैं जिंदा हूं – तूने बचा लिया | और इस तरह मैं पहचान गया मां कौन होती हैं |
What was the role of Arjuna in Mahabharata? आज का अर्जुन कौन आध्यात्मिक परिवेश में | Vijay Kumar