कौन सी साधना – 12 साल की ध्यान की तपस्या वह साधना है जिसके पालन से किसी भी साधक को आत्मज्ञान प्राप्त हो सकता है | सिर्फ ध्यान से काम नहीं होगा, 12 साल की ब्रह्मचर्य की अखंड तपस्या भी साथ साथ करनी होगी | तब जाकर कर्मों की पूर्ण निर्जरा होगी और कुंडली पूर्ण जागृत होगी और चक्र खुलेंगे |
यही 12 वर्ष की अखंड तपस्या/ साधना महावीर ने टीले के ऊपर खड़े होकर की थी और बुद्ध ने बोधि वृक्ष के नीचे बैठकर | पूर्ण कुण्डलिनी जागरण, सहस्त्रार को खोलने के लिए – सम्पूर्ण कर्मों की निर्जरा आवश्यक है | तभी हमारा 99 ~ 97% बंद पड़ा मस्तिष्क खुल पाएगा और 100% activate हो जाएगा |
आदि शंकराचार्य, रामकृष्ण परमहंस और महर्षि रमण ने भी आत्मज्ञान प्राप्त होने से पहले ये 12 वर्ष की तपस्याएं पूरी की |
12 years Tapasya | 12 साल की घोर तपस्या का सच | Vijay Kumar Atma Jnani