दोनों आध्यात्मिक और भौतिक उन्नति के लिए ब्रह्मचर्य का पालन आवश्यक है | अध्यात्म में ध्यान के सहारे उतरा जा सकता है | कुण्डलिनी जागरण के लिए ब्रह्मचर्य की आवश्यकता है | भौतिक जीवन में ब्रह्मचर्य के पालन से असीमित मानसिक प्रगति संभव है |
Dhyan kaise karein | ध्यान करने की सही विधि | Vijay Kumar Atma Jnani