हमारा मृत्यु के समय कार्मिक balance अगर +29 है तो हमारी आत्मा जो नया शरीर लेगी उसका पैदा होने के वक़्त से ही कार्मिक balance +29 रहेगा | वर्तमान जीवन में हमने कुछ कार्य किए और +2 कर्मफल अर्जित किया तो हमारा वर्तमान में कार्मिक balance हो गया +31 |
जीवन में जो भी कर्मफल अर्जित करेंगे (+) या (-) वह जुड़ता चला जाएगा | लेकिन इस कार्मिक balance का कुछ हिस्सा ब्रह्म छिपा कर रखते हैं और वह कभी भी फलित हो सकता है – इस जन्म में या अगले किसी भी जन्म में | भगवद गीता में कृष्ण इसी लिए पुण्यकर्म करने पर जोर देते हैं जिससे हमारा भविष्य उज्ज्वल रहे |
What Karma really means? कर्म का वास्तव में क्या अर्थ है? Vijay Kumar Atma Jnani