अगर हमारा किसी दूसरी आत्मा के साथ कार्मिक शेष है तो आगे आने वाले जन्मों में मुलाकात तो हो सकती है लेकिन दूसरे रूप में | हो सकता है इस जन्म की पत्नी दो जन्मों बाद बेटा बनकर आए या पोती बन जाए | रिश्ता कुछ भी हो सकता है जिससे दोनों बेखबर होंगे |
जब तक कार्मिक शेष रहता है दो आत्माएं मिलती रहती हैं | जरूरी नहीं पति पत्नी का रूप दोबारा मिले | मूलतः आत्माएं एक ही परिवार से काफी समय तक बंधी रहती हैं | अगर एक बुजुर्ग दंपत्ति में पत्नी की मृत्यु हो जाती है, तो हो सकता है वह पोते के रूप में जन्म ले ले |
एक जन्म का रिश्ता उसी जन्म के साथ खत्म हो जाता है | पुरानी यादें नहीं रहती – हमेशा के लिए विलीन हो जाती हैं | अगर पूर्व जन्म की यादें रहती तो दुनियां 5 मिनट नहीं चल सकती थी |
अच्छा, तेरे कारण मेरी पिछले जन्म में मृत्यु हुई और इस जन्म में मेरा दोस्त बनकर आ गया | देख इस जन्म में मैं तुझे कैसे मारूंगा | कर्म theory कहती है हमेशा अच्छे कर्मों में लिप्त रहो तो आगे भी अच्छा ही होगा |
What Karma really means? कर्म का वास्तव में क्या अर्थ है? Vijay Kumar Atma Jnani