ज़िन्दगी में किये कर्मो का फल कब मिलता है ?


कर्मफल मनुष्य के हाथ में नहीं | कर्मफल आत्मा की बपौती है | ब्रह्म के बनाए नियमानुसार कर्मफल हमें तुरंत, ४ दिन बाद, ६ महीने बाद, २ साल बाद या फिर ६ योनि बाद भी मिल सकता है | ऐसा नियम ब्रह्म ने इसलिए स्थापित किया कि होशियार मनुष्य उसे manipulate न कर ले | अगर हमें पहले से मालूम हो कि ऐसा करने से यह फल मिलेगा तो सभी manipulation में लग जायेंगे |

 

इसलिए भगवद गीता में कृष्ण कहते हैं अच्छे पुण्य कर्म में संलग्न रहो, फल की चिंता मत करो | अच्छा कर्म करेंगे तो आगे अच्छा ही होगा | २०१२ में जब मैं US में था तो अखबार में पढ़ा, किसी washer woman (धोबिन) की ७८० करोड़ की लॉटरी लगी है | इस जन्म में तो उसने ऐसा कोई काम किया नहीं होगा कि इतनी बड़ी रकम मिल जाए |

 

हां, पिछले जन्मों का संचित प्रारब्ध (पुण्य) शायद अब फलित हो गया | तो फल कभी भी फलित हो सकता है | गीतानुसार चलने में ही फायदा है, हर समय अच्छे पुण्य कर्मों में संलग्न रहो , future तो अच्छा होगा ही |

 

What Karma really means? कर्म का वास्तव में क्या अर्थ है? Vijay Kumar Atma Jnani

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