जो मर जाता है मृत्यु के बाद उसके साथ क्या जाता है ?


मनुष्य का शरीर एक माध्यम है आत्मा के लिए जो स्वयं को शुद्ध करना चाहती है | अध्यात्म कहता है इंसान को हमेशा पुण्य कार्यों में लिप्त रहना चाहिए जिससे कर्मफल अच्छा मिले | मृत्यु के समय हमारा जो कार्मिक शेष है वह decide करता है आत्मा को अगले जीवन में क्या शरीर मिलेगा | कार्मिक शेष positive है तो अगला जीवन अच्छा ही होगा | अगर कार्मिक शेष नेगेटिव है तो अधोगति ही होगी |

 

यहां देखने वाली बात यह है कि भौतिक जीवन का कुछ भी शेष आगे नहीं जाता | इस जन्म में हम professor बन गए लेकिन अगले जीवन में नर्सरी से ही शुरुआत होगी | इसके विपरीत आध्यात्मिक जीवन में हमारी जो भी प्रगति है वह बेकार नहीं होती | मृत्यु के समय जो भी आध्यात्मिक उन्नति हम कर चुके हैं, उसी लेवल से अगले जीवन में स्टार्ट करेंगे |

 

Nishkama Karma Yoga | निष्काम कर्म योग का महत्व | Vijay Kumar Atma Jnani

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