अभी हम संधिकाल से गुजर रहे हैं | आने वाले तृतीय विश्व युद्ध में पूरी धरती की २०% आबादी निबट जाएगी | कौन बचेगा कौन नहीं, यह निर्धारित करेगा हमारा कर्म | अगर हमारा karmic index पुण्य (positive) है तो जिंदा रहने के पूरे chances हैं | अगर negative (पाप से भरपूर) तो भगवान ही बचाए | हर मनुष्य का भविष्य कैसा होगा यह सिर्फ और सिर्फ हमारे karmic index का balance decide करेगा जो हर क्षण बदलता रहता है |
जब से धरती बनी है यह कर्म पर निर्भर है, उसी के सहारे हर जीवन चलता है, govern होता है | जैसा कर्म वैसा कर्मफल – न कम न ज्यादा | इसलिए भगवद गीता में कृष्ण हर क्षण पुण्य कर्म करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं | भारत हो या अन्य देश, हिन्दू धर्म हो या अन्य मत, प्रथाएं – सभी कर्म द्वारा संचालित होते हैं |
2024 से 2032 तक का समय आध्यात्मिक दृष्टिकोण से | Vijay Kumar Atma Jnani