धरती पर समय का जो मापदंड है वह निर्धारित होता है कर्म से | जैसा 800 करोड़ लोगों का कर्म होगा उसी अनुसार कालचक्र घूमेगा | किसी भी युग की आयु पूरी धरती पर रह रहे लोगों के कर्म तय करते हैं | अगर हम बारीकी से आंखें खोल कर देखें, तो कलियुग का अंत समय निकट है | वैसे भी हम घोर कलियुग/ संधिकाल से गुजर रहे हैं |
अब धरती पर जीवन अस्तव्यस्त हो गया है | भारत में law and order की स्थिति लगभग out of control है | मां, बहनें और बेटियां बेवक्त घर से निकलने में असुरक्षित महसूस करती हैं | मैं अपने अंदर आते दिव्य संदेशों के माध्यम से कहा सकता हूं कि कलियुग 2032 तक पूर्ण अस्त हो जाएगा | कलियुग की आयु लगभग 3600 ~ 4000 वर्षों के बीच रहेगी |
2024 से 2032 तक का समय आध्यात्मिक दृष्टिकोण से | Vijay Kumar Atma Jnani