सामान्य गृहस्थ जीवन जीते हुए मोक्ष की प्राप्ति कैसे की जा सकती है ?


आध्यात्मिक जीवन बेहद कठिनाई भरा होता है – पूरा हरा भरा परिवार टूट जाएगा/ बिखर जाएगा | महावीर के साथ यही हुआ और रामकृष्ण परमहंस के साथ भी | रामकृष्ण परमहंस से शादी के बाद मां शारदा हमेशा बेहद परेशान रहीं | अध्यात्म की राह गृहस्थ को बहुत सोच समझकर पकड़नी चाहिए | कुछ भी कर लें, जब मोह निरस्त करेंगे परिवार टुकड़े टुकड़े हो जाएगा |

 

यही देखकर स्वामी विवेकानंद और महर्षि रमण ने शादी नहीं की और आजीवन ब्रह्मचारी रहे | बुद्ध का आपने देखा ही – क्या सोती हुई पत्नी और बच्चे का पैर छूने से कर्मों की पूर्ण निर्जरा संभव है ? इसी गलती के कारण सिद्धार्थ गौतम पूरी जिंदगी तड़पते रहे और जीवन की आखिरी stage (80 वर्ष की आयु) में ज्ञान प्राप्त हुआ |

 

How to indulge in Spirituality when married | गृहस्थ जीवन में अध्यात्म का रास्ता कैसे पकड़ें

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.