तत्वज्ञानी


किसी संत की वाणी से वातावरण शुद्ध हो सकता है क्या ?

किसी भी तत्वज्ञान प्राप्त संत की वाणी से पूरे वातावरण को ऊर्जा मिलती है | क्यों ? हर तत्वज्ञानी जैसे रामकृष्ण परमहंस या महर्षि रमण हमेशा मानवता के लिए काम करते आए हैं और बिना मांगे या पूछे करते रहेंगे | उन्हें किसी की इजाज़त की जरूरत नहीं | वह हमेशा से औरों के लिए जिए हैं और आगे भी […]


आध्यात्म व ईश्वर को गहराई से समझने वाले कम क्यों बोलते हैं ?

जब महावीर को केवल्यज्ञान प्राप्त हुआ तो उन्होंने सोचा जो प्राप्त किया है वह वापस देना चाहिए | उनकी वाणी को ग्रहण करने वाला एक भी इंसान धरती पर मौजूद नहीं था | उन्होंने मौन धारण कर लिया | लगभग १ १/२ वर्ष बाद जब गौतम गणी नामक गणधर उनके पास आया तो महावीर की वाणी खिली और उन्होंने देशना […]


कहते हैं कोई इनसान perfect नहीं – क्या यह सच है ?

Perfect हों जाएं तो महावीर, रामकृष्ण परमहंस या महर्षि रमण आदि नामों से पुकारे जाएंगे | अध्यात्म में perfection उस दिन आता है जब ब्रह्म से साक्षात्कार होता है, उससे पहले नहीं | ब्रह्म से साक्षात्कार तभी होता है जब हम कर्मों की पूर्ण निर्जरा कर लेते हैं |   मनुष्य क्या, अपने ब्रह्मांडीय सफर में हर आत्मा अशुद्धियों से […]


इस कलियुग में आत्मज्ञानी कैसे बन सकता हूँ ?

वर्तमान योनि में आत्मज्ञान, ब्रह्मज्ञान, तत्वज्ञान या कैवल्य ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमें निम्न करना होगा –   १. सत्य के मार्ग पर चलना (१००%)   २. भगवान में पूर्ण श्रद्धा (१००%)   ३. ध्यान में उतर कर्मों की पूर्ण निर्जरा (१००%)   ४. ज्ञान योग के द्वारा भगवद गीता के मर्म को समझना   ५. ज्ञान योग के […]


प्रथ्वी पर सबसे बड़ा ज्ञानी कौन है ?

पृथ्वी पर सबसे बड़ा ज्ञानी महर्षि वेदव्यास हैं जिन्होंने पहले वेदों के ज्ञान को 4 वेदों में संग्रहीत किया | फिर महाभारत महाकाव्य की रचना की जिसका भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन के साथ संवाद, भगवद गीता एक भाग है | कृष्ण महाभारत काव्य के एक पात्र हैं |   जो अनूठा ज्ञान महर्षि वेदव्यास ने पहले ब्रह्म से ग्रहण किया […]


दुनिया में कोई ऐसा आदमी है जिसे पूरी सृष्टि का ज्ञान हो ?

पूरी सृष्टि का ज्ञान तभी संभव है जब इंसान अध्यात्म की राह पर चलकर तत्वज्ञानी, केवल्यज्ञानी हो जाए | जब तक ब्रह्म का साक्षात्कार नहीं होगा सृष्टि बनने और बिगड़ने का क्रम समझ नहीं आयेगा | जैसे ही हम कर्मों की पूर्ण निर्जरा कर देंगे, हम एक शुद्ध आत्मा बन ब्रह्म से हमेशा के लिए जुड़ जाएंगे |   ब्रह्म […]


एक तत्वज्ञानी इस दुनिया को किस नजरिए से देखता है ?

एक तत्वज्ञानी की नजरों में पूरी दुनिया अज्ञानी है – अज्ञान की राह पर चलने वाली | चाहे कोई 10 लाख करोड़ की company का मालिक हो चाहे कोई गरीब, दोनों ही मृत्यु के बाद अगले जीवन में फिर से nursery से जीवन की शुरुआत करेंगे | इस जीवन के कमाए 10 लाख करोड़ गए पानी में |   अध्यात्म […]


कैसे पता चले यह हमारा अंतिम जन्म है ?

जब हम महावीर, बुद्ध, आदि शंकराचार्य, रामकृष्ण परमहंस या महर्षि रमण बनने के नजदीक होंगे तो स्वामी विवेकानंद का लेवल तो पार करेंगे ही | क्या तब भी हमें या तमाम दुनिया को यह ज्ञात नहीं होगा कि आपका आध्यात्मिक लेवल क्या है ?   अन्तिम जन्म यानी 84 लाखवी योनि, या कहें तत्वज्ञानी बनने ही वाले हैं | अन्तिम […]