Israel द्वारा Lebanon में pre-emptive strike सही या गलत ?


जब गोधरा कांड में नासमझ बेगुनाह निहत्थे 59 कारसेवकों को बोगी के अंदर जिंदा जला दिया गया तो नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने क्या कहा था – 1 के बदले 30 मारूंगा | Hamas ने धोखे से Israel में घुसकर जब लगभग 1500 इस्राइलियों को मार डाला/ बंधक बना लिया तो Israel ने पूरी ताकत के साथ समस्त हमास को समेट दिया | अब वही काम Hezbollah करने की फिराक में था – बस फिर देरी कैसी – Israel ने सुनियोजित तरीके से Lebanon में स्थित Hezbollah के ठिकानों पर pre-emptive बमबारी की तो इसमें गलत क्या है ? इस्लाम मत के समर्थक देशों में इतना रोना धोना क्यों ?

 

आप israel के बंधकों के साथ अमानवीय व्यवहार करोगे तो दंड तो मिलेगा ही | समस्त इस्लामी देश Israel के विरूद्ध खड़े हैं – क्यों ? क्या इन देशों में मानवता नाम की कोई चीज होती भी है ? एक स्त्री जो हर मानव को पैदा करती है उसे जानवर से भी बदतर हालात नसीब होते है ! अमानवीय व्यवहार की माफी नहीं होती – ब्रह्म का बनाया संसार है – गलत करोगे तो भुगतोगे भी | Israel वैसे भी चारों ओर से मुस्लिम देशों से घिरा देश है – स्वयं की रक्षा की खातिर pre-emptive strike के अलावा कोई चारा भी नहीं था | और कुछ ज्यादती हुई तो US और Europe के कई देश मदद के लिए आ जाएंगे |

 

इजरायली सेना कभी भी निहत्थों पर वार नहीं करना चाहती लेकिन दुश्मन अगर स्कूलों, अस्पतालों या आवासीय क्षेत्रों में अपने अड्डे बना ले तो फिर बमबारी रिहायशी इलाकों पर होगी ही | भगवद गीता में भी धर्म की पुनर्स्थापना के लिए आतताइयों को निबटाना ही एकमात्र रास्ता है | मानवाधिकार का रोना रोने वाले इंसान नहीं, आमतौर पर खुद कसाई ही होते हैं – खुद कुछ करेंगे नहीं लेकिन आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा जरूर देते रहेंगे – वह भी अकारण | हर देश को अपनी अस्मिता सुरक्षित रखने का पूर्ण अधिकार है – इसमें अगर UN भी दखलंदाजी करता है तो वह भी बेमानी होगा |

 

आने वाले समय में Israel और Hezbollah के बीच शुरू हुआ युद्ध, Israel और Iran के बीच युद्ध का कारण न बन जाए – इसी कारण सभी देश फूंक फूंक कर कदम बढ़ा रहे हैं | मेरे 1994 में लिखे article के अनुसार ww3 Iran और US के बीच टकराव के कारण शुरू होगा | यह आर्टिकल साक्षात ब्रह्म की देन है – गलती की गुंजाइश नहीं | आप इस आर्टिकल को यहां पढ़ सकते हैं – Shape of the World to come |

 

2026 आते आते स्थिति भयावह हो जाएगी – कुछ भी किसी के कंट्रोल में नहीं होगा | शायद world war 3 की शुरुआत 2026 तक हो जाए ! दुखद बात बस इतनी सी है – जब Israel बुरी तरह  मुस्लिम देशों से घिरा जूझ रहा होगा तो उसकी मदद के लिए कोई देश नहीं आ पाएगा – US भी नहीं | खुद US अपनी परेशानियों से जूझ रहा होगा | इसी कारण ब्रह्म ने Israel का 6 दिनों में जड़ से खात्मा dictate किया था | लेकिन मरने से पहले Israel समस्त इस्लामिक देशों को पूर्णतया नेस्तनाबूद कर देगा – यह भी तय है | Atomic war के चलते भारत भी Israel की direct मदद नहीं कर पाएगा |

 

लगता है पूरे विश्व का भविष्य पहले से ही लिखा जा चुका है – अन्यथा ब्रह्म ने ww3 की आहट 1994 में ही क्यों दे दी थी ? जो भी हो अंत सुखद ही होगा – 140 करोड़ लोगों की मृत्यु के बाद – समाज की पूर्णतया छटाई हो जायेगी | 2032 तक भारत विश्व गुरु बन कर उभरेगा और 2034 तक तमाम देश भारत की प्रभुता को हाथ जोड़ कर स्वीकार कर लेंगे – यानी 2034 तक अखंड भारत का सृजन | अखंड भारत यानि एक स्वर्णकाल की शुरुआत – the golden period ! 2032 तक चीन भी एक democratic देश बन जाएगा और no 2 पर खुद को स्थापित कर लेगा |

 

2024 से 2032 तक का समय आध्यात्मिक दृष्टिकोण से | Vijay Kumar Atma Jnani

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