धरती माता के पति कौन हैं ?


धरती को हम माता कहते हैं, आज से नहीं वेदों के समय से और पिता परमेश्वर कहते हैं भगवान यानि ब्रह्म को | ऐसे कैसे ? प्रलय के बाद की स्थिति को देखते हैं | पूरा ब्रह्माण्ड सिमट कर original form में आ गया है यानी अस्थ अंगुष्ठ | इसी आधे अंगूठे के आकार के दिव्य शक्तिपुंज को हम ब्रह्म कहते हैं |

 

अब यह शक्तिपुंज फिर big bang के द्वारा फटता है और नया ब्रह्माण्ड उत्पन्न होता है | काफी समय बाद जब धरती मां बन जाती है और जीवन के लिए उपयुक्त हो जाती है तो आत्माएं शरीर धारण करने लगती हैं | और इस तरह परम पिता और धरती माता का खेल चालू हो जाता है | सारी आत्माओं का गुच्छा हुआ ब्रह्म (सनातन पुरुष) और धरती हुई मां |

 

What is a Pralaya in Hinduism? हिन्दू धर्म में प्रलय क्या होती है | Vijay Kumar Atma Jnani

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