पूरा दिन योग ध्यान करने का मन करे तो क्या करें ?


योग अलग से नहीं किया जाता, योग तो सिर्फ भगवान से होता है | हिंदी में २ योग २ बराबर ४ | आत्मा की परमात्मा से मिलने की चेष्टा को योग कहते हैं | ध्यान करने का तरीका इस दुनिया में ८०० करोड़ लोगों में कितने जानते होंगे ? शायद १ या २ | जिस साधक को सही ध्यान करना आ जाए वह पहले स्वामी विवेकानंद और फिर रामकृष्ण परमहंस बनने में सिर्फ १२ साल लेगा | ध्यान वो नहीं जो हम आज तक समझते आए हैं करते आए हैं |

 

हम जिस कार्य में भी रत हैं, नौकरी में या स्वयं के व्यवसाय में, वह करते हुए ध्यान साथ साथ कर सकते हैं, २४ घंटे | ध्यान के लिए किसी मुद्रा में बैठना, किसी retreat या गुरु के सानिध्य की आवश्यकता नहीं | काम में व्यस्त, खाना खाते हुए, नहाते हुए, दौड़ते हुए हम सकुशल ध्यान में लीन हो सकते हैं | आखिर ब्रह्म को पाना है तो व्यस्तता कैसी ?

 

५ वर्ष की आयु से ध्यान में २४ घंटे मग्न रहा | नतीजा – ३१ वर्ष की आयु में ३ अगस्त की सुबह १.४५ पर ब्रह्म का साक्षात्कार हुआ | ठीक २ १/२ घंटा ब्रह्म साथ रहे | उनके जाने के बाद मालूम चला क्या प्राप्त किया है |

 

What is Yoga and its benefits? योग का महत्व | Vijay Kumar… the Man who Realized God in 1993

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