झूठ, चापलूसी, जी हजूरी करने वाले लोगों की उन्नति जल्दी तो होती है लेकिन कितने समय के लिए | भौतिक जीवन की उन्नति क्या मायने रखती है ? बिल गेट्स मृत्यु के बाद जीवन फिर nursery से शुरू करेंगे – क्या फायदा हुआ इस जीवन की मेहनत का अगर अगले जीवन में कुछ जा न सका ?
बुरे इंसान ने इस जीवन में पाप लिप्त होकर कार्य किए, पुण्य तो कुछ कमाया नहीं | अगला जीवन इस जीवन से भी बुरा, निम्न कोटि का होगा | अगर इस जन्म में पाप कर्मफल ही इकट्ठे किए तो उन्नति तो (-) में रही | कुछ दिन (जीवन) की चांदनी फिर अंधेरी रात |
इसी बात को सोचकर कि बार बार आने से क्या फायदा, जब ब्रह्म ने 8 1/2 साल की आयु में पूछा जन्म और मृत्यु के चक्रव्यूह से छुटकारा पाना चाहता है तो मुंह से तुरंत निकला हां | सोच तो 6 महीने से रहा था और तय भी कर लिया था, डर था तो इस बात का कि घर छोड़कर मां से दूर कैसे जाऊंगा | मां के कारण तो जिंदा था, मां को छोड़ नहीं सकता था | जो होगा देखा जायेगा, आंखें मूंदकर ब्रह्म के पीछे हो लिया |
मैंने 5 वर्ष की आयु में ही notice किया कि झूठ का सहारा लेकर लोग आगे निकल जाते हैं, लेकिन मुझे हृदय से साफ आवाज़ आती थी कि वे गलत कर रहे हैं और समय आने पर उनको दण्ड मिल ही जायेगा | मैं तो हर हाल में सत्य पर टिका रहा | जरूरत होती तो दादाजी से बात कर लेता जो घर में सन्यासी की तरह रहते थे और बाद में दिगम्बर जैन मुनि हो गए थे |
पाप और पुण्य में क्या अंतर होता है? पाप और पुण्य क्या है? Vijay Kumar Atma Jnani