पुण्यकर्म


जिंदगी को खूबसूरत बनाता है कर्म या अध्यात्म ?

भौतिक जीवन हो या आध्यात्मिक, पुण्य कर्म करना ही हमारी नियति होनी चाहिए | कर्म तो पूरे ब्रह्मांड का accountant general की तरह काम करता है, हर पल का लेखा जोखा | जैसा बोएंगे वैसा ही तो काटेंगे |   अध्यात्म वह सीढ़ी है जिसपर चढ़कर साधक आत्मज्ञानी बनता है | अध्यात्म मतलब महावीर, बुद्ध, आदि शंकराचार्य, रामकृष्ण परमहंस या […]