धरती मां से जुड़ी हर आत्मा सूर्य के गर्भ में स्थित है | वहां से वे रिमोट कंट्रोल द्वारा हमारे हृदय को संचालित करती हैं | जब धरती पर मृत्यु होती है मतलब शरीर मर गया तो सूर्य में आत्मा ने remote switch OFF कर दिया होता है | अब आत्मा को नया शरीर चाहिए | मरे शरीर का जो भी कार्मिक balance था उससे matching parents चाहिएं |
अगर matching parents मिल जाते हैं तो सही समय पर आत्मा remote switch ON कर देती है और मां के गर्भ में पल रहा नए बच्चे का दिल धड़कना शुरू कर देता है | और नए जीवन की शुरुआत हो जाती है | इसे example से समझें – हम एक toy remote control के साथ लाए | उसमे batteries डाली और remote control का switch on किया | खिलौना चल पड़ा, नया जीवन चालू हो गया |
वक़्त के साथ खिलौना पुराना हो गया, batteries भी पुरानी – सब फेंक कर नया रोबोट toy लाए | batteries लगाईं और remote switch ON और खिलौना चल पड़ा | नई ज़िंदगी चालू हो गई | यहां पिछले जन्म का मरते समय का karmic balance तय करेगा अगला खिलौना कौन सा होगा |
पहले भी control आत्मा के हाथ में था और दोबारा भी | इस तरह शुरू होती है नई ज़िंदगी | हम मनुष्य तो बस बीच में माध्यम हैं, खेल तो आत्मा खेलती है |
1.1 million manifestations in Human form? मनुष्य रूप में ११ लाख योनियों का सफर | Vijay Kumar