लोग भगवान की इतनी भक्ति करते हुए भी दुखी क्यों है ?


भगवान की भक्ति करते हो तो क्या भगवान को रिश्वत दे दी कि वो मदद करे ? भक्ति खुद की खातिर करते हो, खुद के उद्धार के लिए न कि भगवान के लिए ? क्या इतनी छोटी बात समझ नहीं आती – भक्ति मार्ग पर चलकर भगवान नहीं मिलते ? तो भक्ति क्यों ?

 

भगवान को पाना चाहते हो, उसके नजदीक आना चाहते हो तो अध्यात्म में उतरो, ध्यान में लगो | भक्ति योग के रास्ते पर चलते हुए जब रामकृष्ण परमहंस बुरी तरह अटक गए तो तोतापुरी ने उन्हें ज्ञानमार्ग की ओर मोड़ दिया और उन्हें राह मिल गई |

 

What is Bhakti | भक्ति क्या है | Vijay Kumar Atma Jnani

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