क्या मृत्यु के बाद भी कोई और जीवन होता है ?
अगर हम आध्यात्मिक दृष्टि से देखें तो ब्रह्म की दृष्टि में मृत्यु नाम की क्रिया ब्रह्माण्ड में नहीं होती | मृत्यु शरीर की होती है आत्मा की नहीं | पहली योनि में आने के बाद आत्मा शरीर नष्ट होने पर नया शरीर धारण करती है और यह क्रम निर्बाध रूप से चलता रहता है | जीवन दर जीवन आत्मा पहले […]