मृत्यु


क्या मृत्यु के बाद भी कोई और जीवन होता है ?

अगर हम आध्यात्मिक दृष्टि से देखें तो ब्रह्म की दृष्टि में मृत्यु नाम की क्रिया ब्रह्माण्ड में नहीं होती | मृत्यु शरीर की होती है आत्मा की नहीं | पहली योनि में आने के बाद आत्मा शरीर नष्ट होने पर नया शरीर धारण करती है और यह क्रम निर्बाध रूप से चलता रहता है | जीवन दर जीवन आत्मा पहले […]


मृत्यु के समय आत्मा शरीर से बाहर कैसे निकलती है ?

सारी आत्माएं हमेशा से सूर्य के गर्भ में स्थित हैं और रिमोट कंट्रोल से धरती पर स्थित शरीर को चलाती हैं | आत्माओं को रहने के लिए १ करोड़ डिग्री सेंटीग्रेड से ज्यादा तापमान की जरूरत पड़ती है |   Where does Soul live in Human Body? शरीर में आत्मा कहाँ निवास करती है? Vijay Kumar Atma Jnani


मृत्यु के कुछ समय पहले इंसान पागलों जैसी हरकत क्यों करने लगता है ?

ज्यादातर इंसान मृत्यु के समय यह समझ जाते जीवन व्यर्थ जीया | अगले जीवन में ले जाने लायक कुछ भी नहीं | भौतिक उन्नति सब बेकार, वह तो साथ नहीं जा रही |   जो साथ जा सकता था वो किया नहीं | जो भी आध्यात्मिक उन्नति होती है वह ही साथ जाती है | इस जन्म में हम टीचर […]


एक मरते हुए आदमी के साथ क्या होता है – क्या उसे यमराज लेने आते हैं ?

क्या आपने कभी बच्चे को रोबोटिक टॉय से खेलते देखा है | जब बच्चा वह टॉय unpack करता है तो वह चालू हालत में नहीं होता | पहले उसमे batteries डाली जाती हैं, फिर रिमोट कंट्रोल से बच्चा उस टॉय को सब जगह घुमाता फिरता है | यह जो remote control है मानव शरीर का, यह सदा आत्मा के हाथ […]


आपने मृत्यु के भय पर कैसे विजय पायी ?

अध्यात्म के रास्ते पर चलते हुए जब यह बात मस्तिष्क में अच्छी तरह जम गई कि हम एक आत्मा हैं न कि एक शरीर तो मृत्यु का भय जड़ से खत्म हो गया | समय जरूर लगा लेकिन मृत्यु का भय फिर लौटकर नहीं आया |   ब्रह्म से साक्षात्कार के बाद तो स्थिति बिल्कुल दृढ़ हो गई | ब्रह्म […]


जब इंसान की मृत्यु तय है तो असीमित धन क्यों कमाना है ?

आज के समय में इंसान आपसी होड़ में फंसा है | हर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी बनना चाहता है | एक ऐसा बिजनेसमैन जिसकी companies का काफी समय पहले turnover 700 करोड़ था मेरा अनुयाई हो गया, अध्यात्म पर बैठकर 2~2 घंटे चर्चा करता |   मैं उस समय बिजनेस में था, अपनी company का managing director | कौतूहलवश मैंने गुप्ताजी […]


मृत्यु के बाद आत्मा किसी दूसरी मृत आत्मा से बात कर सकती है क्या ?

भारतीय शास्त्रानुसार एक आत्मा का मरने से पहले या बाद में किसी दूसरी आत्मा के साथ किसी भी तरह का contact वर्जित है | आत्मा ब्रह्म का ही एक छोटा स्वरूप है | एक गेहूं का दाना एक आत्मा और पूरे ब्रह्माण्ड में जितना भी गेहूं है, उसकी ढेरी परमात्मा |   जैसे परमात्मा हमेशा दृष्टा की भांति काम करता […]


मृत्यु के समय शरीर से पहले प्राण निकलते हैं या आत्मा ?

जब धरती पर इंसान की मृत्यु होती है तो प्राण निकलते हैं यानी हृदयगति रुक जाती है | सभी आत्माएं तो सूर्य के गर्भ में बैठी हैं | जब मृत्यु का समय आता है तो सही समय पर remote control स्विच OFF कर देती हैं और धरती पर मानव का दिल धड़कना बंद कर देता है |   आत्माएं जिनका […]


बुजुर्गों का अंतिम समय कहाँ गुजारना बेहतर होगा – ICCU या घर में ?

जब मृत्यु का समय नजदीक हो तो मेरा मानना है कि पहली प्राथमिकता मरीज़ की इच्छा की होती है, वह समय कहां व्यतीत करना चाहता है, अपनों के बीच या hospital supervision में | दूसरी इच्छा उन की जो अपने हैं, अपना परिवार |   जाना तो है ही एक दिन – शाश्वत नियम है – जबरदस्ती करना ठीक नहीं […]


कोई दूधमुहे बच्चे को छोड़ मर कर स्वर्ग पहुंचा तो क्या उसकी आत्मा को शांति मिलेगी ?

हर इंसान एक जीवन के लिए आता है और मृत्यु के बाद हमेशा के लिए गायब | कौन बच्चा, किसका बच्चा, जो रिश्ता था वह तभी तक था जब तक शरीर है | शरीर छूटा, रिश्ता खत्म | आत्मा को मनुष्य के रोने धोने से क्या लेना – आत्मा एक दिव्य शक्ति है जिसका खुद का ताप 1 करोड़ degrees […]


अकाल मृत्यु क्यों होती है मृत्यु के बाद आत्मा कहाँ जाती है ?

जब बच्चा पैदा होता है वह मृत्यु का समय भी लिखवा कर लाता है | suppose उम्र 62 साल लिखी है | अगर accidental death 60 की उम्र में हो गई (कारण कोई भी हो सकता है – मूलतः कोई छिपा negative प्रारब्ध कर्मफल होगा जो अचानक फलित हो गया और मृत्यु हो गई) तो अगला शरीर आत्मा सिर्फ 2 […]


मृत्यु के बाद आत्मा कितने दिन परिवार के साथ रहती है ?

आत्मा हर तरह के बंधन से स्वतंत्र सूर्य के गर्भ में स्थित है | उसका न कभी कोई परिवार था, न आगे होगा | परिवार तो उस जीव, शरीर का था जो आत्मा ने धारण किया था | और जीव (मनुष्य) की मृत्यु के साथ वह रिश्ता भी खत्म | भगवद गीता में कृष्ण स्पष्ट कहते हैं हर आत्मा स्वतंत्र […]


ज्ञानी की मृत्यु और आम इंसान की मृत्यु में फर्क है?

एक आध्यात्मिक पुरुष और एक आम आदमी की मृत्यु में फर्क होता है | आम इंसान जो धार्मिक प्रपंचों में लीन रहकर जीवन में कुछ पुण्य तो कमाता नहीं, तो अगले जीवन में क्या लेकर जायेगा ? धार्मिक अनुष्ठानों में लगे रहने से पुण्य अर्जित नहीं होता ?   इसके विपरीत एक आध्यात्मिक साधक हर समय पुण्य कर्म में लग, […]


क्या जन्म के समय मृत्यु का समय पूर्व निश्चित होता है ?

जब हम पैदा होते हैं तो मृत्यु कब होगी यह fixed है | जैसे जैसे हम जीवन में आगे बढ़ते हैं और कर्म करते हैं तो net कर्मफल change होता है | उस आधार पर मृत्यु का समय भी थोड़ा चेंज होगा ही – शायद कुछ seconds या minutes | जिस तरह accounts की balance sheet आगे बढ़ती है उसी […]