योगासन


निरामय स्वस्थ जीवन के सूत्र क्या हैं – जीवन में आयुर्वेद की भूमिका क्या है ?

निरामय जीवन का सबसे बड़ा सूत्र है अपने को हर समय positivity में व्याप्त रखना | प्रभु ने मनुष्य शरीर की संरचना इस तरह की है कि यह self healing है | अगर हम हर समय पॉजिटिव विचारों का आह्वान (invoke) करते हैं तो हमारे शरीर की immunity बढ़ती चली जाएगी | अध्यात्म के रास्ते पर चलते हुए बुखार तो […]


स्वस्थ्य रहने के लिए प्रात भ्रमण योग स्पोर्ट्स या आध्यात्म – क्या अच्छा है ?

स्वस्थ रहने के लिए प्रातः भ्रमण से अच्छा कुछ नहीं | भ्रमण मतलब jogging, walking नहीं | 2 km से लेकर 5 km minimum | उसके बाद 1/2 घंटा aerobic exercises या योगासन |   sports में interest है तो वह भी लेकिन जरूरी नहीं | अध्यात्म का शारीरिक स्वास्थ्य से कुछ लेना देना नहीं | अगर अध्यात्म में रुचि […]


क्या शरीर की अवहेलना कर के आत्मा को संवारा जा सकता है?

योगासन का शाब्दिक अर्थ क्या हुआ – ब्रह्म से योग (जुड़ने) के लिए आसन की आवश्यकता होती है | जब तक शरीर योगासन के द्वारा हृष्ट पुष्ट नहीं होगा, हम अध्यात्म में उतर ही नहीं पाएंगे | बीमार शरीर वैद्य हकीम की सोचेगा या अध्यात्म की ? इस जीवन में अगर हम आत्मज्ञानी बनना चाहते हैं तो, शरीर को स्वस्थ […]