भगवान विष्णु शेष शैय्या में क्यों सोए रहते हैं ?
अगर हमें भगवान विष्णु को समझना है तो समुद्र मंथन की गाथा को समझना होगा | Samudra Manthan ki gatha | समुद्र मंथन की गाथा | Vijay Kumar Atma Jnani
अगर हमें भगवान विष्णु को समझना है तो समुद्र मंथन की गाथा को समझना होगा | Samudra Manthan ki gatha | समुद्र मंथन की गाथा | Vijay Kumar Atma Jnani
अगर हम समुद्र मंथन की गाथा का अवलोकन करें तो पाएंगे कि आध्यात्मिक साधक जब अपने विचारों पर पूर्ण control स्थापित कर जब निर्विकल्प समाधि की अवस्था में पहुंचता है तो वह शिव कहलाता है | शिव यानि नीलकंठी, जिसने विष अपने गले में धारण किया हुआ है और गले में पड़े सर्प यानि जिसकी कुण्डलिनी पूरी जागृत हो गई […]
अध्यात्म की दृष्टि में विष्णु का शेषनाग की शैय्या पर लेटना यह दर्शाता है कि आत्मतत्व प्राप्त करने के बाद, जन्म और मृत्यु के चक्रव्यूह से मुक्त हुई आत्मा free होकर पूरे ब्रह्माण्ड में विचरण कर सकती है | क्षीरसागर पूरे ब्रह्मांड को दर्शाता है | शेषनाग दर्शाता है पूरा कुण्डलिनी जागरण हो चुका है | एक बार धरती […]
विष्णु ब्रह्म की विभूतियों में से एक हैं | उन्हें शेषनाग की शैया पर लेटे इसलिए दिखाया जाता है क्योंकि करने को अब कुछ बाकी नहीं | अध्यात्म में जब साधक 12 वर्ष की ध्यान कि अखंड तपस्या पूरी कर लेता है तो वह तत्वज्ञानी यानि शिव हो जाता है | समुद्र मंथन की गाथा के मर्म को समझेंगे तो […]