सत्य


सत्य को ईश्वर और ईश्वर को सत्य क्यों कहा जाता है ?

सत्य ब्रह्म को प्रतिपादित करता है | कैसे ? जब प्रलय होती है पूरा ब्रह्माण्ड सिमट कर आधे अंगूठे के आकार में आ जाता है | तो पूरा जगत भी मायावी है सत्य नहीं | आधे अंगूठे का आकार क्या है ? यह ब्रह्म हैं | यानी पूरे ब्रह्माण्ड की सारी आत्माएं अपने शुद्ध आकार में आधे अंगूठे का आकार […]


शिक्षक ने ऐसी कौन सी सीख दी जिसने आपका जीवन का अंदाज ही बदल दिया ?

मैं बचपन से सत्य के मार्ग पर चला | में सही हूं या गलत मालूम नहीं था | हिंदी के अध्यापक ने जब पहली बार यह कन्फर्म किया कि मैं सही रास्ते पर हूं तो ज़िन्दगी की राह ही बदल गई और मेरी ब्रह्म के प्रति जिज्ञासा और बढ़ गई |   Power of Absolute Truth | अध्यात्म में सत्य […]


हमें हर स्थिति में सत्य का साथ देना चाहिए चाहे मृत्यु ही क्यों न आ जाए ?

सत्य का साथ देने का सीधा मतलब है ब्रह्म हमारी support में हमारे साथ खड़े हैं | हर क्षण हर पल | जब ब्रह्म का साथ हो तो मृत्यु किसकी ? जो सत्य के साथ दृढ़ता के साथ खड़े हैं उनका आमतौर पर बाल भी बांका नहीं होता |   भगत सिंह सत्य के साथ खड़ा था, ब्रिटिश शासन से […]


क्या सच इतना जटिल है उसे समझने के लिए वेद उपनिषद भगवद गीता की जरूरत है ?

सच को समझना अपने आप में इतना जटिल नहीं लेकिन सत्य की राह पर चलना बेहद कठिन है | मनुष्यों को सही राह दिखाने के लिए ब्रह्म ने पहले श्रुति के द्वारा वेदों का ज्ञान प्रेषित किया | वेद बहुत voluminous थे, साधक तो क्या, बड़े बड़े scholars भी उनके मर्म तक पहुंचने में दुविधा महसूस कर रहे थे | […]


जो परिवर्तित हो सत्य नहीं इस मायावी बुद्धि के पार सत्य तक कैसे जा सकते हैं ?

सत्य के मार्ग पर चलना कठिन तो है असंभव नहीं | 5 वर्ष की आयु में मालूम नहीं था सत्य क्या होता है लेकिन भगवान को ढूंढने निकल पड़ा | दूसरी कक्षा में मास्टरजी ने किसी बात पर दंड दिया और कहा ये पंक्तियां 500 लिख कर लाना | पंक्तियां थी – सच बराबर तप नहीं – झूठ बोलना पाप […]