मानसिक शक्ति


क्या प्रकाश की गति से ज्यादा गति संभव नहीं – क्या यह भौतिक शास्त्र का नियम आत्माओं पर लागू होता है ?

प्रकाश की गति से व्यक्त संसार चलता है – गतिमान है | धरती पर समय को मापने का मापदंड प्रकाश की गति है | Mind waves, mental waves – हमारे विचार हमेशा प्रकाश की गति से ज्यादा तेज गति से चलते हैं – कोई सीमा नहीं |   जब तक आत्मा सूर्य से बंधी है यानि पूर्ण शुद्धता प्राप्त नहीं […]


जब भगवान् श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया तब समय रुक क्यों गया था ?

मानसिक तरंगे लाइट की स्पीड (1,86,000 मील प्रति सेकंड) से ज्यादा तीव्र गति से चलती हैं | हम समय को किस तराजू में तौलते हैं – light की स्पीड से | जब साधक अध्यात्म में साधना में उतरता है तो वह मानसिक तरंगों के सबसे ऊंचे आयाम पर स्थित होता है – एक ऐसा आयाम जहां समय वाकई रुक सा […]


मनुष्य के जीवन में मानसिक शक्ति का क्या महत्व है ?

मानसिक शक्ति ब्रह्माण्ड की सबसे ताकतवर शक्ति/ऊर्जा है, इससे ऊपर कुछ भी नहीं | ऐसा क्यों ? एक आम मजदूर और Ratan Tata में क्या फर्क है ? सिर्फ सोच का | इंसान कभी पैसों से गरीब नहीं होता, गरीब की सोच छोटी होती है | यह गरीब का तिरस्कार या उसके लिए गाली नहीं |   बाप रे बाप […]


मानव के पास दोनों शक्तियों शारीरिक तथा मानसिक में कौन सी श्रेष्ठ हैं ?

जब एक साधक योगासन द्वारा अपने शरीर को स्वस्थ, हृष्ट पुष्ट रखता है तो उसे शारीरिक शक्ति में नहीं गिना जाता | शारीरिक शक्ति तो हमेशा professional के पास होती है – जैसे swimming करने वाला अपनी शारीरिक शक्ति को swimming की तरफ मोड़ देता है | पहलवान पहलवानी की ओर और बॉक्सर बॉक्सिंग की ओर |   मानसिक शक्ति […]