क्या हम खुद से बात कर सकते हैं – नहीं तो अपनी खुद की अंतरात्मा से बात कैसे कर सकेंगे | आध्यात्मिक तौर पर हम खुद एक आत्मा ही हैं तो अपनी अंतरात्मा से बात का प्रश्न ही नहीं उठता ?
हमारी अंतरात्मा हृदय में स्थित सारथी कृष्ण हैं | हम उनकी आवाज़ तभी सुन सकते हैं जब हम 100% शुद्ध हों यानि सत्य पर पूर्णतया स्थापित हों | कोई भी इंसान भगवान कृष्ण की यानि अपनी अंतरात्मा की आवाज सत्य के मार्ग पर चलकर साफ सुन सकता है लेकिन बात नहीं कर सकता | यह एकतरफा रास्ता है – हम सिर्फ अंतरात्मा की आवाज सुन सकते हैं उससे बात नहीं कर सकते |
5 वर्ष की आयु से मैं अपनी अंतरात्मा की आवाज साफ सुनता आया हूं – सिर्फ सुनता ही नहीं बल्कि उसकी कही हर बात पर अमल करता आया हूं | इसी कारण 37 वर्ष की आयु में मेरा ब्रह्म से 2 1/2 घंटा साक्षात्कार हुआ | मैंने 5 वर्ष की आयु से 37 वर्ष की उम्र तक कभी झूठ का सहारा नहीं लिया | सत्य पर स्थापित होने का बहुत बड़ा सिला मिला |
Listen to Inner Voice coming from within our Heart | हृदय से आती आवाज को सुनना सीखें | Vijay Kumar