भारतीय दर्शन शास्त्र directly तो नहीं लेकिन indirectly इस बात को बेहद सहजता से कहते है कि निष्कलंक 64 कलाओं से सुसज्जित कल्कि अवतार पूरी दुनिया का मुखिया होगा | world war 3 के बाद बचे 660 करोड़ लोगों में 400 करोड़ कल्कि के अनुयाई होंगे तो बचा क्या ?
भारत के एक छोटे से गांव में जन्मा कल्कि पूरी दुनिया को स्वर्णयुग में ले जायेगा | हर ओर खुशहाली ही खुशहाली | पढ़ाई लिखाई के लिए गुरुकुल परंपरा पूरे विश्व में लागू हो जाएगी | कोई स्कूल, कॉलेज या यूनिवर्सिटी नहीं – सब बंद | Courts इत्यादि permanently बंद | जब झगड़े ही नहीं तो courts किसलिए ?
एक भी Chartered accountant की जरूरत नहीं रह जायेगी | कुल मिलाकर एक टैक्स – सब जगह मैत्रीभाव | सतयुग की कल्पना आम इंसान के बस की बात नहीं | 140 करोड़ लोगों की मौत के बाद जीने का नजरिया जो बदलेगा – किसी भी घर में ताला नहीं मिलेगा | हर इंसान अध्यात्म की राह पर – जल्द से जल्द तत्वज्ञानी बन ब्रह्मलीन महर्षि रमण की तरह |
भारत अखंड भारत कब तक बनेगा – 2032? Vijay Kumar Atma Jnani