अध्यात्म न तो विश्वास पर आधारित है न ज्ञान पर | अध्यात्म सीधे ब्रह्म से ताल्लुक रखता है इसलिए आस्था पर आधारित है | जिस इंसान की ब्रह्म में पूर्ण शतप्रतिशत आस्था नहीं वह अध्यात्म का सफर सफलतापूर्वक कर ही नहीं सकता | आस्था कोई छोटी चीज नहीं | भगवान में पूर्ण आस्था वहीं रख सकता है जो सत्य मार्ग पर चलता हो |
विश्वास भौतिक जगत से ताल्लुक रखता है | और अध्यात्म के मार्ग पर ज्ञान का प्रकाश सहायक होता है अज्ञान के अंधकार को काटने के लिए | भगवान में पूर्ण आस्था और ज्ञान – साधक को मोक्ष द्वार तक ले जाने में सहायक होतें हैं |
What is meant by Jnana Yoga? ज्ञान योग से क्या अभिप्राय है? Vijay Kumar Atma Jnani